अगमकुआं स्थित मां शीतला मंदिर खुद में कई चमत्कारों और रहस्यों को समेटे हुए है. इसका संबंध सम्राट अशोक के काल से है. इस मंदिर में साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. लेकिन ये अलग बात थी कि पटना में रहते हुए मैंने एक बार भी शीतला माता के मंदिर का दर्शन नहीं किया था. हालांकि अन्य जगहों की यात्रा के दौरान जब भी शहर से बाहर निकलता तो बाईपास से गुजरते वक़्त मंदिर जाने के रास्ते और दूर से उसके गुंबज दिखाई देते थे. तब मन ही मन ये सोच कर खुद को तसल्ली दे देता कि एक दिन मां अपने इस बेटे को खुद बुलावा भेजेंगी और एक दिन ऐसा सचमुच आ ही गया. मुझे किसी जरूरी काम से पटना सिटी जाना था. उधर जाते समय जैसे ही अगमकुआं पहुंचा, फ्लाईओवर के ऊपर से गुजरते हुए मुझे नीचे मां शीतला के भव्य मंदिर के दर्शन हुए. मन ही मन फिर सोचने लगा शायद आज माता के दर्शन कर लेता, हर बार उनके सामने से तो बिना दर्शन किए ही लौट जाता हूं. लेकिन फिर दिमाग ने समझाया कि आज तो बिलकुल समय ही नहीं मिल पाएगा. व्यस्तता कुछ ऐसी थी कि मुझे घंटों अपने काम ख़त्म करने में लगते. ऐसे में उस रास्ते से गुजरते हुए कुछ देर के लिए ही मैं उस वक़्त काफी निराश हो गया था. लेकिन कहते हैं ना, मां अपने बेटों को कभी दुख में नहीं देख सकती. देवी मां ने भी ऐसा चमत्कार किया कि 5-6 घंटों की बजाए एक ही घंटे में मेरे सारे काम निपट गए. मैं भी खुश कि अब तो मेरे पास वक्त ही वक़्त था. तुरंत पटना सिटी से अगमकुआं के लिए रैपिडो बुक किया और निकल पड़ा माता शीतला के दर्शन करने.
यहां देखिए मेरे अगमकुआं शीतला मंदिर के दर्शन का पूरा वीडियो, क्या हुआ था उस वक़्त, जब मैं मंदिर के अंदर ही रह गया और मुख्य दरवाजे पर लटका दिया गया था ताला…