मालूम नहीं मुझे घुमक्कड़ी का ये शौक कब लगा, लेकिन हां, जब भी मौका मिलता है तो निकल पड़ता हूं कहीं ना कहीं किसी सफ़र पर.
ऐसा ही एक अवसर जनवरी में फिर आया. जब तन्नु ने फोन कर बताया कि शालू ऋषिकेश में डेस्टिनेशन वेडिंग कर रही है. भैया आपको चलना पड़ेगा. ब्लॉगिंग पैशन है हमारा, ये बात उसे अच्छी तरह पता है, तभी तो उसने कहा की आपको भी वहां अपने यूट्यूब चैनल Patna Vlog और वेबसाइट #HindiTravelBlog के लिए काफी कंटेंट मिल जाएगा. मैंने भी सोचा चलो इसी बहाने शालू की शादी भी अटेंट कर लूंगा और पटना से ऋषिकेश यात्रा भी हो जाएगी. मुझे याद आया कि बड़ी दी की बेटी अविका ऋषिकेश का सफ़र कर लौटी थी तो कितनी एक्साइटेड थी. व्हाट्सअप ग्रुप में जब उसने पहाड़ों और बादलों की कई खुबसूरत तस्वीरें शेयर की, तभी मैंने उसे हिंदी ट्रेवल ब्लॉग के लिए ऋषिकेश यात्रा वृतांत लिखने के लिए राजी कर लिया था. अगर आपने वो पोस्ट अभी तक नहीं पढ़ा है तो कोई बात नहीं, उसका लिंक एक बार फिर मैं यहां नीचे दे रहा.
ऋषिकेश यात्रा : पटना-दिल्ली सफ़र के दौरान ट्रेन में ‘डर’ के बीच हुई खूब मस्ती, TTE ने फिर ये क्या किया !
पहाड़, बादल, बारिश, गंगा की लहरें… ऋषिकेश की खूबसूरती से जब हुई रूबरू… पार्ट-2
हां तो, अब ये फाइनल हो गया था कि मैं ऋषिकेश जा रहा हूं. तन्नु ने लिली बुआ, फूफा जी और अरुण अंकल के साथ मेरा भी टिकट बुक कर लिया. राजेंद्र नगर से चलने वाली संपूर्ण क्रांति ट्रेन के सेकंड एसी A2 बोगी में हमारा रिजर्वेशन था. हमारी गाड़ी शाम 7:25 बजे थी. पटना से ऋषिकेश के इस सफ़र का हमारा पहला पड़ाव दिल्ली था. हमारी गाड़ी बिलकुल अपने समय पर खुली. आखिर इसी कारण तो पटना – दिल्ली आने जाने वाले लोग संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस को काफी पसंद करते हैं. ये ट्रेन करीब 12 घंटे में आपको बिहार की राजधानी से देश की राजधानी पहुंचा देती है.

पटना से ऋषिकेश वाया दिल्ली का ये सफ़र खूब मजेदार रहा. संपूर्ण क्रांति ट्रेन में हमलोगों ने खूब एन्जॉय किया. हालांकि इस ट्रेन में भी हमें कुछ कड़वे अनुभव मिले. लेकिन ट्विटर की मदद से वो समस्या भी सॉल्व हो गई. संपूर्ण क्रांति ट्रेन ब्लॉग वाले इस वीडियो में देखिए हमने ट्रेन में कैसे मस्ती करते हुए पटना से दिल्ली का ये पूरा सफ़र तय किया.
