बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य की नीतीश सरकार लगातार प्रयास कर रही है. मंगलवार को राजधानी पटना में Bihar Tourism Minister Pramod kumar ने कहा कि सरकार गरीबों को मुफ्त में यात्रा कराने जा रही. ऐसी योजना तैयार की जा रही है कि गरीबों को उनके धर्म के अनुसार तीर्थ स्थानों पर ले जाया जायेगा. उन्हें उनके धर्म से जुड़ी जगहों पर जाने-आने से लेकर ठहरने की पूरी व्यवस्था सरकार करेगी. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि यात्रा के दौरान खाने-पीने तक का इंतजाम सरकार की तरफ से ही होगा. बता दें कि यह सब मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के तहत होने वाला है. इसे लेकर बिहार के पर्यटन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है, और इसे लागू करवाने के लिए काफी उत्साहित है. इस योजना को अभी कैबिनेट से मंजूरी मिलनी बाकी है.
पर्यटन मंत्री ने बताया कि बिहार घूमने आने वाले टूरिस्टों की संख्या में हर साल लगातार बढ़ोतरी हो रही है. साल 2017-18 की तुलना में इस साल सितम्बर के लास्ट महीने तक तक़रीबन 15 से 20 प्रतिशत यात्री बढ़े. आकड़ों को देखें तो वर्ष 2017-18 में यहां कुल 3 करोड़ 24 लाख 14 हजार पर्यटक पहुंचे थे, जबकि 2018-19 में लास्ट सितम्बर तक 1 करोड़ 87 लाख 20 हजार सैलानी यहां आ चुके हैं. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने पर्यटन के विकास के लिए बिहार को 600 करोड़ का पैकेज दिया है. ऐसे में प्रदेश के पर्यटक स्थलों के विकास में मदद मिलेगी.
साथ ही इन्होंने जानकारी दी कि बिहार का स्वर्ग माने जाने वाले वाल्मीकिनगर के लिए भी बस का परिचालन शुरू होने जा रहा है. ये टूरिस्ट बस शनिवार को पटना से खुलेगी जो वैशाली, केसरिया स्तूप, अरेराज घुमाते हुए वाल्मीकिनगर पहुंचेगी. रात में यात्री यहां स्टे करेंगे. वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में लोग जंगल सफारी का मजा लेंगे. इसके बाद अगले दिन रविवार को सुबह ब्रेकफास्ट करा कर टूर पैकेज में शामिल सभी लोगों को बेतिया के रास्ते से पटना लाया जायेगा.
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